- परमेश्वर के वचनों का एक भजन
- सभी चीज़ें हैं प्रकटीकरण सृष्टिकर्ता के अधिकार का
- I
- इस नये जहाँ में, मानवता से भी पहले,
- सृष्टिकर्ता ने बनाया सांझ-सवेरा।
- आकाश, धरती और सागर बनाये,
- और बनाये घास-फूस, पेड़-पौधे सारे।
- दिन और साल, मौसम और प्रकाश बनाये उसने
- उस नये जीवन के लिए, जो थे जल्द ही रचे जाने वाले।
- थी उसके अधिकार और सामर्थ्य की अभिव्यक्ति।
- उसका हर विचार, हर कथन,
- उसके सामर्थ्य का हर प्रकटीकरण, बेजोड़ नमूना है
- सभी चीज़ों में, ये एक महान कार्य है,
- मानवजाति के ज्ञान और समझ के सबसे योग्य है।
- II
- उसके वचन और सम्पादन का समय था एक ही,
- नहीं था उनके बीच कोई अंतराल या विसंगति।
- सभी नई चीज़ों का प्रकटन और जन्म
- हैं सबूत सृष्टिकर्ता के अधिकार के।
- उसका वचन है सच्चा, वो होगा ज़रूर पूरा।
- जो किया गया सम्पन्न रहेगा वो सदा सर्वदा।
- ये तथ्य बदला नहीं, कल से आज तक।
- और इसलिए, रहेगा ये ऐसा ही सदा सर्वदा।
- उसका हर विचार, हर कथन,
- उसके सामर्थ्य का हर प्रकटीकरण, बेजोड़ नमूना है
- सभी चीज़ों में, ये एक महान कार्य है,
- मानवजाति के ज्ञान और समझ के सबसे योग्य है।
- III
- सृष्टिकर्ता का सामर्थ्य और अधिकार,
- निरंतर करते रहते चमत्कार।
- परमेश्वर खींचता इन्सान का ध्यान, उसके कर्म पर उनकी नजरें हैं गड़ी,
- जो है अचरज भरा और है उसके अधिकार के प्रयोग से।
- उसका अद्भुत सामर्थ्य देता आनंद ही आनंद।
- इन्सान हैं चकित, अति आनन्दित, ख़ुशी से चहकते हैं।
- वे हैं द्रवित, विस्मय से भरे, वे आनंद से उछलते हैं।
- इन्सान के अंदर आदर और श्रद्धा जन्मती है।
- उसका हर विचार, हर कथन,
- उसके सामर्थ्य का हर प्रकटीकरण, बेजोड़ नमूना है
- सभी चीज़ों में, ये एक महान कार्य है,
- मानवजाति के ज्ञान और समझ के सबसे योग्य है।
- सृष्टिकर्ता का अधिकार और उसके कर्म इन्सान के दिल को आंदोलित करते हैं।
- सृष्टिकर्ता का अधिकार और उसके कर्म इन्सान के दिल को शुद्ध करते हैं।
- सृष्टिकर्ता का अधिकार और उसके कर्म इन्सान के दिल को तुष्ट करते हैं।
- "वचन देह में प्रकट होता है" से
- अनुशंसित: Hindi Christian Song 2018
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