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शुक्रवार, 17 मई 2019

परमेश्वर का कार्य कितना कठिन है




  • परमेश्वर का कार्य कितना कठिन है
  •  
  • I
  • पृथ्वी पर ईश्वर के कार्य के चरणों में बड़ी कठिनाई है।
  • मानव की कमज़ोरी, कमियाँ, अज्ञानता,
  • मानव का बचपना और मानव का सब कुछ
  • ईश्वर द्वारा ध्यान से योजनाबद्ध और विचार किया गया है।
  • मानव जैसे काग़ज़ी बाघ है, कोई उसे उकसाने की हिम्मत नहीं करता।
  • वरना पलटकर वो काट लेता, खो जाता,
  • हो जाता पहले जैसा, ईश्वर की उपेक्षा करता,
  • या भागता अपने सूअर बाप, कुतिया माँ के पास लिप्त होने को
  • उनके शरीर की अशुद्ध चीज़ों में। कितनी बड़ी बाधा है ये!
  • सभी चरणों पे ईश्वर सामना करता है परीक्षण और ख़तरे का।
  • उसके वचन निष्कपट, सच्चे और द्वेष मुक्त हैं।
  • जब कोई भी स्वीकार या समर्पण नहीं करता, उसका दिल टूटता है।
  • वो मानव-जीवन के लिए रात-दिन श्रम और चिंता करता है।
  • वो मानव की कमज़ोरी संग सहानुभूति रखता है।
  • वो हर कार्य में बड़ी दुविधाएं, मुश्किलें सहता है।
  • जानते हुए मानव कैसे अवज्ञाकारी, कमज़ोर, बचकाना, नाज़ुक है
  • वो रात-दिन इन बातों को मन में सोचता रहता है।
  • इसे किसने जाना है? वो किस पर विश्वास कर सकता है?
  • इसे कौन समझ सकता है? ओह! ईश्वर का कार्य बहुत कठिन है।
  • II
  • ईश्वर मानव के पापों, कायर तरीकों से सदा घृणा करता है।
  • वो चिंता करता है उसकी कमज़ोरी और आगामी राह की।
  • और वो मानव के सभी वचनों और कर्मों को देखता है,
  • ये सब उसे दया, क्रोध और दिल के दर्द से भर देता है।
  • अब निर्दोष आख़िरकार जड़ हो चुके हैं,
  • क्यों ईश्वर सदा उनके लिए चीज़ों को कठिन बनाता है?
  • दुर्बल मानव अब दृढ़ रहने में सक्षम नहीं है।
  • तो क्यों ईश्वर को सदा उससे नाराज़गी रहती है?
  • मानव कमज़ोर और शक्तिहीन है, जीवन-शक्ति नहीं बची।
  • क्यों डाँटना उसकी अवज्ञा के लिए?
  • ईश्वर की धमकी का सामना कौन कर सकता है?
  • III
  • मानव नाज़ुक है, इसलिए ईश्वर ने निराशा की
  • स्थिति में, अपना ग़ुस्सा दिल की गहराई में धकेल दिया है,
  • ताकि मानव धीरे-धीरे ख़ुद पर विचार कर सके।
  • फिर भी मानव, जो संकट में है, ईश्वरीय इच्छा नहीं सराहता।
  • नहीं जानता उसे शैतानों के राजा ने रौंद दिया है,
  • या वो परमेश्वर के प्रति उदासीन है।
  • किसने ईश्वर के वचनों को कभी गंभीरता से लिया है?
  •  
  • "वचन देह में प्रकट होता है" से



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